कभी खुद पर भी गुस्सा जो आये ना
तो मेरी नज़र से निहार लेना
प्यार की बारिश में ना भीग जाओ तो कहना
कभी खुद से कशमकश होने लगे ना
तो मेरी सोच से समझ लेना
हर मुश्किल पार ना हो जाए तो कहना
कभी खुद को भूल जाओ ना
तो मेरी यादों में झांक लेना
आंखें नम ना हो जाएं तो कहना
कभी अकेले में याद सताए ना
तो मेरी बातों को दोहरा लेना
होठों पर मुस्कान ना आ जाये तो कहना
कभी धुन प्रणय में डूबने की हो ना
तो मेरा निश्छल प्रेम पा लेना
स्वयं से प्यार ना हो जाये तो कहना
जो मैं आया हूँ इस तरह तेरी दुनिया मे
कोई तो वजह होगी ही ना
कभी बेवजह ही पुकार लेना
मन मगन ना हो जाये तो कहना
~ राहुल मिश्रा ~
तो मेरी नज़र से निहार लेना
प्यार की बारिश में ना भीग जाओ तो कहना
कभी खुद से कशमकश होने लगे ना
तो मेरी सोच से समझ लेना
हर मुश्किल पार ना हो जाए तो कहना
कभी खुद को भूल जाओ ना
तो मेरी यादों में झांक लेना
आंखें नम ना हो जाएं तो कहना
कभी अकेले में याद सताए ना
तो मेरी बातों को दोहरा लेना
होठों पर मुस्कान ना आ जाये तो कहना
कभी धुन प्रणय में डूबने की हो ना
तो मेरा निश्छल प्रेम पा लेना
स्वयं से प्यार ना हो जाये तो कहना
जो मैं आया हूँ इस तरह तेरी दुनिया मे
कोई तो वजह होगी ही ना
कभी बेवजह ही पुकार लेना
मन मगन ना हो जाये तो कहना
~ राहुल मिश्रा ~
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